बदहज़मी या अपच एक ऐसी स्तिथि है जो न केवल इंसान के स्वास्थय को खराब करती है बल्कि साथ में बहुत सारी बीमारियों को भी आमंत्रण देती है। आज कल इंसान अपने जीवन की भाग दौड़ में इतना व्यस्त है की अपनी सेहत को नज़रअंदाज़ करना एक आम चलन हो गया है। बदहज़मी, जिसे आप खान पीन में हुई अनदेखी समझ जाते हैं, अपने साथ और बहुत चीज़ें लेकर आती है। यह संकेत है की आपको अब अपनी सेहत पे भरपूर ध्यान देने की ज़रूरत है। जल्दबाज़ी में खाना, समय पर न खाना, बाहर के खाने का सेवन ज़ादा करना या खाने को अधिक मसालेदार बनाना आपको बदहज़मी कर सकता है। आयुर्वेद में ऐसे बहुत से नुस्खे हैं जिनसे आप बदहज़मी से बच सकते है। आज हम आपको उन् सब नुस्खों से अवगत करवाएंगे।

बदहजमी के आयुर्वेदिक घरेलू इलाज

1. दो छोटा चम्मच अदरक और एक निम्बू का रस एक गिलास में मिलाएं। उसमें अपनी आवश्यकता अनुसार सेंधा नमक डाले और इस मिश्रण को पीलें। यह पेट की बीमारी और बदहजमी के लिए एक अच्छा उपाय है|

2. यदि आप गैस की समस्या से परेशान है तो उबला हुआ लोंग का पानी पिए इसे आपकी गैस की समस्या में राहत मिलेगी।

3. यदि आपको भोजन करने के बाद गैस या बदहज़मी की शिकायत होती है तो अजवाइन का पानी उबाल कर पिएं। आपको बहुत आराम मिलेगा।

4. यदि पेट फूलने या भरा भरा होने की समस्या है तो सौफ का प्रयोग लाभदायक है। सौफ के दाने चबा भी सकते है, चाय बनाकर पी भी सकते है या फिर काढ़ा बनाकर भी प्रयोग कर सकते है|

5. दिन में 2 से 3 बार हर्बल चाय का प्रयोग करे पाचनक्रिया अच्छी होगी| आप वैद शिव कुमार जी द्वारा बनाई 100% आर्गेनिक चाय का इस्तेमाल कर सकते हैं। यह बदहज़मी में बहुत कारगर साबित होती है।

6. भारतीय घरो में तुलसी के बारे में तो सब जानते हैं। उसकी चाय भी दिन में आवश्यता अनुसार प्रयोग कर सकते है जो लगभग सभी रोगों से छुटकारा दिलाने में मददगार है।

क्या न करें

  • बहुत ज़ादा मात्रा में भोजन ना खाएं। यदि ज़रूरत हो तो आप थोड़े थोड़े समय में थोड़ा थोड़ा भोजन खा सकते हैं
  • मानसिक रूप से तनाव मुक्त रहें, कोशिश करें के क्रोध न करें।
  • खाने को जल्दबाज़ी में ना खाएं ।
  • तले हुए और मसालेदार पदार्थो का खाने में प्रयोग ना करें।

क्या करें

  • खाना खाने के बाद कुछ कदम चलें।
  • नियमित रूप से सुबह शाम व्यायाम करे और अपनी दिनचर्या बनाए।
  • कोशिश करें हमेशा घर का बना साधारण भोजन खाएं।
  • दिन में कम से कम एक कप हर्बल चाय का सेवन ज़रूर करें।

किसी भी रोग सम्बन्धी सलाह के लिए संपर्क करें : श्री आदित्य आयुर्वेदा, सानीपुर रोड, सरहिंद।